Tuesday, September 18, 2018

美国贸易战:误伤清洁能源,得不偿失

 特朗普总统宣布,将对进口钢铁和铝分别收取25%和10%的关税。此前,特朗普政府已经对太阳能产品进口征收了30%的关税。上述政策预计将给美国的可再生能源行业带来沉重的打击。

太阳能和风能设备的进口和安装将变得更加昂贵。关税很有可能对美国的经济造成负面影响,提高进口钢铁的价格将损害美国制造商和美国消费者的利益。火上浇油的是,关税很可能会破坏国际贸易体系,而低碳能源产品能够以可接受的价格快速推广正仰赖这个体系。

关税很有可能对美国的经济造成负面影响。

特朗普总统将关税视为一种保护传统蓝领工人,以争取大州选票的手段。

3月2日,特朗普总统在推特上写道:“我们必须保护我们的国家和工人。我们的钢铁行业情况很差。没有钢铁,就没有国家!”

但是,钢铁行业增加的就业可能会带来其他行业更大的损失。2002年,时任美国总统小布什曾推出类似的钢铁关税,给美国经济造成了3000万美元(约合1.9亿元人民币)的损失,意味着钢铁行业每保留一个就业岗位就要花去40万美元(约合250万元人民币)的成本。这项政策最终提前一年多的时间便宣告结束,并被广泛认为以失败告终。

特朗普此次宣布征收关税,是白宫内部自由贸易支持者和经济民族主义者之间斗争的结果。并且在关税正式宣布之后,总统首席经济顾问加里·柯恩辞职,国务卿雷克斯·蒂勒森也被解职。他们二人都支持自由贸易,而且都曾是美国商界巨头。他们的离开对于美国的国际合作工作是重大的打击。虽然二人未能阻止特朗普宣布美国退出“巴黎协定”,但他们都是“巴黎气候协定”的支持者。

理论上,对进口太阳能产品征收关税可能使相关的就业岗位转移到美国。但专家和业内人士认为,在太阳能产业已经成为美国发展最快的产业的情况下,对太阳能产品进口征收关税只会适得其反,导致就业岗位减少,并放慢太阳能利用的速度。

如今,美国太阳能产业有26万从业人员。未来五年中,美国太阳能市场预计将增长近三倍。虽然太阳能电池板通常是在中国等劳动力成本较低的国家组装的,但用于制造这些电池板的材料通常是由美国企业提供的。

太阳能行业协会( )总裁兼首席执行官艾比盖尔·罗斯·霍珀表示:

“太阳能进口关税导致市场没有兴趣大规模新建太阳能产能。即便在最佳情况下,太阳能进口关税带来的实际就业增长也是几乎可以忽略不计的,而关税可能带来的就业岗位损失则可能达到2.3万个之多。”

SEIA还预计,钢铁进口关税将造成用于支撑安装太阳能设备的钢铁件成本升高,最终导致每瓦电能成本增加2美分。

关税还遭到了风电支持者的反对。风塔由钢材建造,而关税会使新建风电项目的电力平准化成本(可以保证项目整个生命周期内盈亏均衡的电力平均最低成本)平均上涨2-3%。受影响的不仅是新能源,钢铁对于化石燃料基础设施的扩建同样重要,并且是油气输送管道的关键材料。

当然,特朗普坐镇的白宫,没有什么事情是确定的或者一成不变的。加拿大和墨西哥已经与美国协商获得了钢铁和铝进口关税的豁免。中国太阳能制造企业动作更为迅速。2017年第四季度,受到进口关税预期影响,美国从中国进口太阳能产品总值飙升将近1200%。现在仍有大约5百万千瓦的太阳能电池板堆放在美国港口和仓库中。

包括白宫国家贸易委员会主任彼得·纳瓦罗在内的特朗普贸易政策的维护者们将关税称为对其他国家关键行业补贴政策的“防御”和反应。中国作为世界最大的钢铁和太阳能产品生产国,经常因为这些做法而被特朗普政府指名道姓。

中国方面,中国商务部表示其“强烈反对”美方近期的行动,并敦促美国尊重国际贸易准则。商务部还表示,中方将“采取有效措施维护中国的权益”,这或许可以视为中方可能采取反制措施的信号。

中国商务部“强烈反对”美方近期的行动

对中国太阳能电池板征收进口关税的不仅有美国,欧盟也已采取类似的措施,而印度计划更进一步,征收更高的关税。

我们无法确切地评判,中国的行为是否符合复杂晦涩的国际贸易规则。但清楚无疑的一点是,针对太阳能产品进口采取惩罚性的措施极可能无助于全球应对气候变化的行动。新的贸易壁垒将使应对气候变化变得更加困难。

20世纪30年代,美国曾对进口农产品和工业制成品征收高额关税,引发其他国家采取报复性措施。从鸡蛋到洋葱,所有东西都涨价了,最终受害的是普通百姓。接踵而至的贸易战延长了美国和其他国家的经济衰退,并被认为最终引发了第二次世界大战。

特朗普总统近日表示:“贸易战是好事,很容易打赢。”但历史已经证明,贸易战里根本不会有赢家。

Wednesday, September 12, 2018

फिर किताब लिखूंगा और इस बार सब झूठ लिखूंगा: नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी

अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने पिछले साल अपनी बायोग्राफ़ी 'एन ऑर्डिनरी लाइफ़' पेश की थी लेकिन कई विवादों के बाद उन्हें अपनी ये किताब वापस लेनी पड़ी.
अपनी आत्मकथा वापस लेने पर अफ़सोस जाहिर करते हुए नवाज़ ने कहा, "मैं फिर से किताब लिखूंगा और इस बार सब झूठ लिखूंगा, सब लोग खूब पढ़ेंगे क्योंकि मैं 'फ़ेमस' हूँ, तो लोग पढ़ेंगे और वाह-वाह करेंगे क्योंकि फ़ेमस लोगों की किताब सब पढ़ते हैं."
नवाज़ुद्दीन अपनी आने वाली फ़िल्म मंटो को लेकर चर्चा में हैं.
बीबीसी से खास बातचीत में नवाज़ुद्दीन ने कहा कि अपनी किताब वापस लेने के फ़ैसले से वो काफ़ी दुख़ी और फ़िक्र में थे.नवाज़ुद्दीन ने कहा, "मेरी ये क़िताब 209 पन्नों की थी और सिर्फ 4-5 पन्ने ही मेरे रिलेशनशिप के बारे में हैं. मैंने अपनी किताब में नाम लिया हैं और ये मैंने गलती की, मुझे नहीं लेना चाहिए था. मैंने इस बात को स्वीकार किया और नाम वापस ले लिया. इसके अलावा 204 पन्ने बचते हैं जिसमें मैंने बताया कि कैसे मैं छोटे गांव से आया, कैसे मैंने ट्रेनिंग ली, कैसे मेरे सोचने का नज़रिया बदला. मैं जिस तरह का भी एक्टर हूँ अच्छा या बुरा वो सब लिखा था उसमें. मैंने उसमें अपनी कोई महिमा नहीं लिखी थी."
नवाज़ कहते हैं, "गंदे लफ्ज़ों में मैंने अपने बारे में बताया था. ये किताब अंग्रेज़ी में ज़रूर थी लेकिन उसमें लिखी हुई बातें बहुत साफ़ और सच लिखी थीं कि देखो किस तरह का इंसान था मैं. मेरे अंदर कितने ग़लत विचार थे क्योंकि मैं एक ऐसी जगह से आया हूँ जहां यही सोच थी. मेरी इन सब बातों पर ध्यान न देकर सिर्फ उन चार-पांच पन्नों को देख कर सनसनी बना दिया गया. ऐसे में मेरे दिमाग में तो यही आएगा ना कि ठीक है,मैं अपनी किताब वापस ले लेता हूं क्योंकि मैं 'फ़ेमस' और लोकप्रिय हो गया हूँ."
फ़िल्म मंटो और ठाकरे के अलावा नवाज़ इन दिनों अपनी फ़िल्म 'न्यू लव इन रोम' और सुपरस्टार रजनीकांत के साथ एक अन्य फ़िल्म में व्यस्त हैं.
रजनीकांत के लिए उनके प्रशंसकों का प्यार देखते हुए नवाज़ कहते हैं, "रजनी सर दुनिया के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं. इस बात में कोई शक़ नहीं कि उनके फैंस में उनके लिए जो जज़्बा है वो किसी और के लिए नहीं मिलेगा. जब आप उनसे मिलते हैं तो वो आपको एहसास नहीं होने देंगे कि वो इतने बड़े स्टार हैं बल्कि वो ऐसा दिखाएंगे जैसे कि वो भी आपकी तरह सिर्फ़ एक एक्टर हैं."
"लेकिन मैंने ऐसे लोगों को भी देखा है जो आप पर थोप-थोप कर ये बताने की कोशिश करते हैं कि देख मैं सुपरस्टार हूँ. रजनी सर और बाकी स्टार में ये बहुत बड़ा फर्क है. उत्तर प्रदेश के किसी भी गांव में चले जाओ, सबको पता है कि रजनीकांत कौन है लेकिन अगर आप साउथ के किसी गांव में जाओ तो पता चलेगा कि वो हमारे सुपरस्टार को लोग नहीं जानते."
अपने दमदार अभिनय से पहचान बना चुके नवाज़ को नेशनल अवार्ड की कोई चाहत नहीं है.
नवाज़ कहते हैं, 'मैं नेशनल अवार्ड की वजह से फ़िल्म नहीं करता हूँ और मुझे मालूम है कि मुझे नेशनल अवार्ड नहीं मिलेगा. ये मैं अच्छी तरह से जानता हूँ और इसलिए मुझे अवार्ड की कोई उम्मीद नहीं है.'
अभिनेत्री-फिल्मकार नंदिता दास के निर्देशन में बनी 'मंटो' 21 सितंबर को रिलीज़ हो रही है. इस फिल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दकी के साथ ऋष‍ि कपूर, जावेद अख्‍़तर, रसिका दुग्गल, ताहिर राज भसीन और दिव्या दत्ता मुख्य भूमिकाओं में नज़र आएंगे.
मौसम विज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि अमरीका के पूर्वी तट पर स्थित इलाक़ों में जिस फ़्लोरेंस चक्रवात के टकराने का डर बना हुआ है, वो बीते तीन दशक का सबसे बड़ा चक्रवात साबित हो सकता है.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अटलांटिक के गर्म जल से इस चक्रवात को ताक़त मिल रही है और आने वाले समय में इसके और भी अधिक शक्तिशाली होने की उम्मीद है.
मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि अगले 48 घंटे में चक्रवात के साथ बढ़ते पानी से तटीय इलाक़ों में जान और माल पर ख़तरा बढ़ सकता है.
अधिकारियों का कहना है कि फ़्लोरेंस अब चौथी श्रेणी का तूफ़ान बन चुका है और इसके अंदर क़रीब 225 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल रही हैं.
इस चक्रवात को देखते हुए वर्जीनिया, मेरीलैंड, वॉशिंगटन, उत्तर और दक्षिणी कैरोलाइना में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है.
उत्तरी कैरोलाइना के गवर्नर रॉय कूपर ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि ये तूफ़ान एक विशाल शातिर दैत्य जैसा है. ये बेहद ख़तरनाक है और ये एक ऐतिहासिक चक्रवात है.
अमरीकी मौसम विभाग के ताज़ा अपडेट के अनुसार, ये चक्रवात मंगलवार शाम को उत्तरी कैरोलाइना से क़रीब 1,000 किलोमीटर दूर था.
इस अपडेट में कहा गया है कि फ़्लोरेंस चक्रवात क़रीब 28 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और बुधवार को इसके और मज़बूत होने की उम्मीद है.
हालांकि मौसम विभाग के अधिकारियों का ये भी अनुमान है कि फ़्लोरेंस चक्रवात गुरुवार को कुछ कमज़ोर पड़ सकता है. लेकिन ज़मीन से टकराने के बाद ये एक बेहद ख़तरनाक तूफ़ान होगा.
नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) ने फ्लोरेंस को 'बेहद ख़तरनाक' मौसमी घटना बताया है. ये तटीय और अंदरूनी इलाक़ों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण तबाही मचा सकता है.
एनएचसी ने कहा है, "फ्लोरेंस के कारण जानलेवा प्रभाव पैदा हो सकते हैं. तटों पर 13 फ़ुट ऊंची लहरें उठ सकती हैं और क़रीब 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली चक्रवात की ताक़तवर हवाएं भारी तबाही मचा सकती हैं."
फ़्लोरेंस चक्रवात के कारण कुछ इलाक़ों में 64 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है और भारी-बारिश के कारण अंदरूनी इलाक़ों में पानी भरने से बाढ़ आ सकती है.
अमरीका के कुछ नामी मौसम विज्ञानियों के अनुसार, फ़्लोरेंस चक्रवात साल 1989 में आये ह्यूगो नाम के उस बड़े तूफ़ान से भी ज़्यादा भयानक साबित हो सकता है, जिसकी वजह से 49 लोगों की मौत हो गई थी और अमरीका को क़रीब 700 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था.
इस चक्रवात से अमरीका के ब्रुंसविक परमाणु संयंत्र पर भी ख़तरा है क्योंकि उत्तरी कैरोलाइना में जिस जगह इस चक्रवात के ज़मीन से टकराने की संभावना है, ये संयंत्र वहाँ से कुछ ही मील की दूरी पर स्थित साउथपोर्ट में है.
इस चक्रवात के कारण अमरीका के पूर्वी तट के इलाक़ों में रहने वाले क़रीब दस लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
दक्षिणी कैरोलाइना, उत्तरी कैरोलाइना और वर्जीनिया के कुछ हिस्सों में लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर चले जाने के आदेश दिये गए हैं.
अन्य प्रभावित क्षेत्रों के निवासी आवश्यक वस्तुओं को जमा करने के लिए दुकानों में आ रहे हैं. दक्षिणी कैरोलाइना में एक हार्डवेयर स्टोर चलाने वाले जॉन जॉनसन ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया कि दुकानों पर बैट्री, फ़्लैशलाइट्स और प्लास्टिक के तिरपाल खरीदने वाले लोगों की भीड़ जमा है. कुछ पेट्रोल पंप खाली हो गये हैं.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने इस चक्रवात के कारण शुक्रवार को मिसीसिपी में होने वाली रैली रद्द कर दी है.
राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने उत्तर और दक्षिण कैरोलाइना के लिए 'आपातकाल की घोषणा' पर हस्ताक्षर किए हैं. साथ ही चक्रवात का सामना करने के लिए संघीय कोष से मदद मुहैया कराई है.
मंगलवार शाम को डोनल्ड ट्रंप ने कहा, "सरकार फ़्लोरेंस चक्रवात से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी."